क्यूँ दिन घालो आशा पूरदयोजी,
ओ जी म्हारा खाटू वाला श्याम,
देर कर्-याँ पत थारी जयासी जी,
ओ जी म्हारा…..
ताली दे दे हाँसे लोगड़ाजी,
ओजी म्हारा आप सुँवारो काम,
यो मनड़ो इब गम नाँ खायसी जी,
ओ जी म्हारा…..
आश घणी थारी म्हानें साँवराजी,
ओजी थे तो आवो करके लाम,
यो टाबर गुण थारा गायसी जी,
ओ जी म्हारा…..
दूखण लागी आँख्यां डीकताँ जी,
ओजी बाबा अहलवतीरा लाल,
निरख-निरख मन माँ हरषायस्याँजी,
ओ जी म्हारा…..
काला बादल गरजै शीश पै जी,
ओजी थारो दुःख हरता है नाम,
श्याम धणी कद दर्शण पायस्याँजी,
ओ जी म्हारा…..
रात च्यानणी धोली दूध-सी जी,
ओजी थारै शरणै ‘काशीराम’,
साल सवाई खाटू आयस्याँजी,
ओ जी म्हारा…..